Wisdom and Justice | Vidhyarthiyon Ke Liye Gita + Supreme Court Ke 85 Aitihasik Judgments + Janiye Sangh Ko (RSS) + Hindu | Set of 4 Books in Hindi

Wisdom and Justice | Vidhyarthiyon Ke Liye Gita + Supreme Court Ke 85 Aitihasik Judgments + Janiye Sangh Ko (RSS) + Hindu | Set of 4 Books in Hindi

Wisdom and Justice | Vidhyarthiyon Ke Liye Gita + Supreme Court Ke 85 Aitihasik Judgments + Janiye Sangh Ko (RSS) + Hindu | Set of 4 Books in Hindi
Price: ₹1,200 - ₹199.75
(as of Feb 04, 2025 09:22:26 UTC – Details)


9789351869955 : Vidhyarthiyon Ke Liye Gita

गीता’ कालजयी ग्रंथ है। यह भक्ति के साथ-साथ कर्म की ओर प्रवृत्त करती है। अपने कर्तव्य पथ से भटक रहे अर्जुन को श्रीकृष्ण ने गीता का ज्ञान देकर ही कर्म-पथ पर प्रवृत्त किया । इसलिए हमारे जीवन में गीता का बहुत व्यावहारिक उपयोग है, महती योगदान है।

9789355216403 : Supreme Court Ke 85 Aitihasik Judgments

सर्वोच्च न्यायालय जो व्याख्या करता है, वही देश का कानून होता है। इस पुस्तक में सर्वोच्च न्यायालय के 85 ऐतिहासिक निर्णयों के माध्यम से सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्थापित विधि की व्यवस्था को प्रस्तुत किया गया है । विषय का हिंदी में रूपांतरण अत्यंत जटिल है, अत: सामान्य जन की समझ के लिए प्रथमत: तथ्यों को लिया गया है, फिर निर्णय का मुख्य अंश तथा अंत में मैंने अपना मंतव्य दिया है । सिविल सर्विसेज प्रतियोगितात्मक परीक्षा के लिए, अभ्यर्थी का मंतव्य अत्यंत महत्त्वपूर्ण होता है। प्रयास किया गया है कि समानता के मूल अधिकार से लेकर वर्तमान काल में भूमि सुधार एवं आर्थिक मामलों पर भी सर्वोच्च न्यायालय की व्यवस्था प्रकाश में आए ।

9789386231918 : Janiye Sangh Ko

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक-सांस्कृतिक राष्ट्रवादी संगठन है। देश में जब भी आपदा आई है, इस संगठन ने उल्लेखनीय कार्य किया है। जीवन के हर क्षेत्र में इस संगठन की उपस्थिति ध्यानाकर्षण करनेवाली है। इसी कारण सबको ऐसे विलक्षण संगठन को जानने-समझने की आकांक्षा रहती है। इस विश्वव्यापी संगठन की शुरुआत सन् 1925 में विजयादशमी के दिन हुई और इसको साकार किया डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार ने, जिनका बोया बीज आज एक विशाल वटवृक्ष बन गया है।

9789390372652 : Hindu

राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त हिंदी साहित्याकाश के ऐसे देदीप्यमान नक्षत्र हैं, जिनकी ज्योति ने न सिर्फ आधुनिक हिंदी साहित्य का पथ आलोकित किया, वरन् पराधीन राष्ट्र को स्वातंत्र्य संग्राम के यज्ञ में आत्माहुति देने के लिए प्रवृत्त भी किया। गुप्तजी अपनी अमर कृति ‘हिंदू’ में सभी धर्मों के लोगों से राष्ट्र-रक्षा यज्ञ में सन्नद्ध होने का आह्वान करते हैं और हिंदुओं को उनकी अपरिमित शक्ति, शौर्य तथा गौरवशाली अतीत का भान कराते हैं । अब जबकि भारत संपूर्ण विश्व में एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में तेजी से उभर रहा है, ऐसे में ‘हिंदू’ काव्य-कृति की उपादेयता और भी अधिक बढ़ जाती है।

ASIN ‏ : ‎ B0DKXZ26Z2
Publisher ‏ : ‎ Prabhat Prakashan Pvt. Ltd. (22 October 2024)
Language ‏ : ‎ Hindi
Paperback ‏ : ‎ 788 pages
Item Weight ‏ : ‎ 410 g
Dimensions ‏ : ‎ 22 x 14 x 1.6 cm
Country of Origin ‏ : ‎ India
Net Quantity ‏ : ‎ 4 Count
Packer ‏ : ‎ BestsellingBooks
Generic Name ‏ : ‎ Books

Author: ram kumar

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