Maun Muskaan Ki Maar (Paperback) + Ramrajya (Hardback) | Ashutosh Rana – Set of 2 Books in Hindi

Maun Muskaan Ki Maar (Paperback) + Ramrajya (Hardback) | Ashutosh Rana – Set of 2 Books in Hindi

Maun Muskaan Ki Maar (Paperback) + Ramrajya (Hardback) | Ashutosh Rana – Set of 2 Books in Hindi
Price: ₹1,099 - ₹299.50
(as of Mar 23, 2025 19:48:27 UTC – Details)


“9788194484523” Ramrajya

प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता आशुतोष राना की यह पुस्तक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन-दर्शन पर आधारित है। उन्होंने अपनी विशिष्ट लेखन शैली में उन प्रसंगों की व्याख्या की है जो आमजन के मस्तिष्क में उमड़ते-घुमड़ते रहे हैं। पुस्तक इतनी रोचक है कि एक बार पढ़ना प्रारंभ कर देने के बाद बीच में रुकना लगभग असंभव है।

“9789352669820” Maun Muskaan Ki Maar

मैंने और अधिक उत्साह से बोलना शुरू किया, ‘‘भाईसाहब, मैं या मेरे जैसे इस क्षेत्र के पच्चीस-तीस हजार लोग लामचंद से प्रेम करते हैं, उनकी लालबत्ती से नहीं।’’ मेरी बात सुनकर उनके चेहरे पर एक विवशता भरी मुसकराहट आई, वे बहुत धीमे स्वर में बोले, ‘‘प्लेलना (प्रेरणा) की समाप्ति ही प्लतालना (प्रतारणा) है।’’ मैं आश्चर्यचकित था, लामचंद पुनः ‘र’ को ‘ल’ बोलने लगे थे। इस अप्रत्याशित परिवर्तन को देखकर मैं दंग रह गया। वे अब बूढ़े भी दिखने लगे थे। बोले, ‘‘इनसान की इच्छा पूलती (पूर्ति) होना ही स्वल्ग (स्वर्ग) है, औल उसकी इच्छा का पूला (पूरा) न होना नलक (नरक)। स्वल्ग-नल्क मलने (मरने) के बाद नहीं, जीते जी ही मिलता है।’’ मैंने पूछा, ‘‘फिर देशभक्ति क्या है?’’ अरे भैया! जरा सोशल मीडिया पर आएँ, लाइक-डिस्लाइक (like-dislike) ठोकें, समर्थन, विरोध करें, थोड़ा गालीगुप्तार करें, आंदोलन का हिस्सा बनें, अपने राष्ट्रप्रेम का सबूत दें। तब देशभक्त कहलाएँगे।


Product Description

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ASIN ‏ : ‎ B09JSDGXD6
Publisher ‏ : ‎ Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.; First Edition (17 September 2021)
Language ‏ : ‎ Hindi
Paperback ‏ : ‎ 520 pages
Item Weight ‏ : ‎ 500 g
Dimensions ‏ : ‎ 14 x 1.5 x 22 cm
Country of Origin ‏ : ‎ India
Net Quantity ‏ : ‎ 2.00 count

Author: ram kumar

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