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बीसम शताब्दी सँ पहिने मैथिली साहित्यक अर्थ छल—मैथिली काव्य। एकर नाना वितान छल। अनेक कथ्य, रूप आ परंपरा मे ई काव्य-साहित्य हजार वर्ष धरि पल्लवित-पुष्पित होइत रहल। मैथिलीक प्राचीन काव्य संस्कृतक संस्कृति के प्रतिरोध मे जनमल छल, तें एकरा ने तँ राज्याश्रयक संरक्षण भेटलै ने अक्षर-ज्ञानक अभाव मे एकर लिखित दस्तावेजीकरण भ’ सकलै। बाद मे पंडित-वर्ग केँ सेहो मैथिली लिखने जीविका आ प्रतिष्ठा भेटबाक संभावना देखेलै तँ परवर्ती काल मे एकर लिखित रूप सेहो सामने आब’ लागल। मैथिली साहित्यक प्रचलित इतिहास-ग्रन्थ सब एही लिखित साहित्य सँ शुरू होइत छै। स्वाभाविक जे ओहि पुस्तक सब सँ अहाँ मैथिली रचनाशीलताक आदिम प्रेरणा-स्रोतक पता नहि पाबि सकै छी आ ने मिथिलाक जातीय काव्य-रूप सँ आत्मीयता बना पबैत छी। तारानंद वियोगी मैथिली आलोचनाक एक जानल-मानल नाम छथि। बहुत जतनपूर्वक ओ मैथिलीक प्राचीन साहित्यक गंभीर अध्ययन केलनि आ तकर परिणाम दू खंड मे प्रकाशित एहि पुस्तकक रूप मे सोझा आयल अछि। प्राचीन साहित्यक टेक्स्ट केँ पढ़ैत स्वाभिक रूप सँ हुनकर मोकाबला परंपरित इतिहास आ आलोचना ग्रन्थ सब सँ भेलनि अछि, आ पूरे साहसक संग यथावसर एहि ग्रन्थ सभक संकीर्णता आ अपंगता केँ ओ देखार केलनि अछि। मिथिलाक जातीय काव्यबोध केँ बुझबाक लेल वियोगी जी मैथिलीक लोकसाहित्यक अध्ययन केलनि अछि। मैथिलीक इतिहास मे ई पहिल बेर भेल छै जे कविता केँ राजदरबारक आभामंडल मे नहि, मैथिल समुदायक जनभागीदारी मे बुझबाक चेष्टा आकार लेलक अछि। पुस्तकक दुनू खंड केँ देखने सँ मिथिला मे क्षेत्रीय संस्कृतिक विकास सँ ल’ क’ कोना एक हजार वर्ष मे मैथिली कविता पसार आ विस्तार पबैत गेल, तकर नीक जकाँ अवगति भ’ जाइत छै।
Publisher : Antika Prakashan Pvt. Ltd. (1 January 2023); C-56 UGF 4 Shalimar garden Extn 2 Ghaziabad-201005 (U.P.) contact no. 9871856053
Language : Maithili
Hardcover : 576 pages
ISBN-10 : 8196204337
ISBN-13 : 978-8196204334
Country of Origin : India
Packer : Antika Prakashan Pvt. Ltd. C-56 UGF 4 Shalimar garden Extn 2 Ghaziabad-201005 (U.P.) contact no. 9871856053