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पुराणकर्ताओं ने भारतवर्षीय ब्राह्मणों को विध्योतरवासी और दक्षिण को मैं विभाजित कर दिया और उनका नाम गौड़ तथा प्रविद रखा। वियोग और दक्षिणवासी द्रविण । विभिन्न क्षेत्र विशेष में रहने के कारण दोनी के 5-5 भाग हो गये,से-गौड़ ब्राह्मणों में सरस्वती नदी के आसपास रहने वाले ब्राह्मण सारस्वत के क्षेत्र में रहने वालों को कान्यकुब्ज, मिथिला में रहने वालों को मैथिल, अयोध्या के उत्तर सरयू नदी से पार रहने वाले सरयू पारीण, उड़ीसा में रहने वाले उकल तथा शेष भाग में रहने वाले गौड़ कहलाये। इसी प्रकार द्रविण ब्राह्मणों को क्षेत्रीय आधार पर 5 भागों में विभक्त किया गया है, जैसे-कर्नाटक मैं रहने वाले कर्नाटक ब्राह्मण, आंध्रा में रहने वाले ‘ तैलंग ब्राह्मण, महाराष्ट्र में मराठी, गुजरात में रहने वाले गुर्जर ब्राह्मण तथा शेष भाग में रहने वाले द्रविण कहलाते है।
ASIN : B0B4PGX19G
Publisher : Annad Prakashan; First Edition (1 January 2022)
Perfect Paperback : 128 pages
Reading age : 8 years and up
Item Weight : 250 g
Dimensions : 24.3 x 18 x 1 cm
Country of Origin : India
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Generic Name : Brahman Gotravali